जिस तरह पतझड़ के बिना पेड़ पर नए पत्ते नहीं आते, ठीक उसी तरह कठिनाई और संघर्ष के बिना अच्छे दिन नहीं आते हमारे सपने (ख्वाब) नहीं जानते की "हम कहा से हैं ?" पसंद उसे कीजिये "जो आप में परिवर्तन लाये", वरना प्रभावित तो मदारी भी कर लेते हैं ! चरण मंदिर तक पहुंचाते हैं और आचरण भगवान तक !! जितना जीवन सादा रहेगा , तनाव उतना आधा रहेगा !! एक अच्छे चरित्र का निर्माण हजारो बार ठोकर खाने के बाद होता है " चन्दन " से " वंदन " ज्यादा शीतल होता है, " योगी "होने के बजाय " उपयोगी " होना ज्यादा अच्छा है , " प्रभाव " अच्छा होने के बजाय " स्वभाव" अच्छा होना ज्यादा जरुरी है आज के परिणाम अतीत के कर्मो से तय होते है, अपने भविष्य को बदल पाने के लिए आज के फैसले को बदले आलोचना मे छिपा हुआ "सत्य" "और"...